Fixed Menu (yes/no)

header ads

हिंदी सुविचार और शायरी | मृत्यम | Hindi Suvichar and Shayari | Mrityam

हिंदी सुविचार और शायरी | मृत्यम | Hindi Suvichar and Shayari | Mrityam 


10 सुविचार हिंदी में |सुविचार इन हिंदी फॉर लाइफ | 4 line सुविचार शायरी हिंदी में | दैनिक सुविचार इन हिंदी | सुविचार शायरी हिंदी में दो लाइन | प्रेरणादायक सुविचार शायरी





हिंदी सुविचार और शायरी 


Hindi Suvichar and Shayari







अजीब सी प्यार की जंजीरों में जकडे है 
ना कैद मै ना फरार ..!! 






कभी सामने भी आया करो 
हमारे सजदे के लिए 
खुदा भी मन्नत पूरी कर देता है ..!! 






ना पूछ मेरे इश्क के बुखार के बारे में 
कोई दवा भी कम नहीं आती 
इ तेरे न होने से ..!! 






पैसे कमाते कमाते 
खुद कागज बन गए 
हम भी घर से दूर ह गए ..!! 






मेरी तमाम उलजने सुलाज जाए 
जब 
तुम साथ होते हो ..!! 






कुछ यादे उमर्कैद की तरह होती है 
ना जीने देती है 
न मरने देती है ..!! 






सोचते है गिरा दे 
रिश्तो का खंडर 
की पता किराया भी नहीं आता ..!! 






ए मुह्हबत हो शके तो 
ज़माने से छुपाया कर 
पर हमसे तो बया किया तो कर ..!! 






किस मुह से इल्जाम लगाए 
अपनों के ऊपर 
खुद से कानो से ही 
अपनी बुराइया सुनी है ..!! 






विश्वाश और भरोसे की 
सब बात करते है 
पर जिसका टूटता है 
उसे ही पता होता है ..!! 






जाओ तो जाओ 
यादो की पोटली से ले के जाओ 
संभाल के रखी है ..!! 






ये अकेलापन तो देखो मेरा 
ना दिन को सुकून है 
ना ही रात को नींद ..!! 





किस मुकाम पे 
ले आई है जिंदगी मुझे 
जहा सिर्फ मायूसी है ..!! 






चुभनेवाली हर चीज 
बुरी ही हो जरुरी नहीं ..!! 






एक मोसम अँधेरे की भी होनी चाहिए 
देखना जो सिखा देता है ..!! 






इबादत कब आदत बन गई 
पता ही नहीं चला 
तेरे इश्क में ..!! 






कुछ तो उसने भी खोया है 
मेरी तरह 
मैंने चाँद और उसने परछाई ..!! 






मर्द ओरत के जिस्म के कारण हारता है 
और ओरत प्रेम के लिए ..!! 







जिंदगी हर कदम पर जंग है 
यंहा कठिन महेनत के साथ 
शब्दों की तलवार भी चलानी पड़ती है ..!! 






इंसान टूटता ही नहीं हार जाता है 
कभी किस्मत से तो 
कभी अपनों से ..!! 






उसकी याद अभी भी मेरे जहाँ में ताज़ी है 
ये हकीतक ही 
मेरे ज़िंदा रहने की गवाही है ..!! 






समुंदर भी मतलबी निकला 
जान ले कर 
किनारे तक छोड़ देता है ..!! 






हद से ज्यादा प्यार भी 
मौत की वजह बन जाता है ..!! 






कोण कहेता की 
मुझे कोई नहीं चाहता 
मुसीबत हर दम साथ है मेरे ..!! 






मिटटी के घरो में 
रहनेवालो की ओकात 
भले ही छोटी हो 
पर वो हर कदम साथ खड़े रहते है ..!! 






जीने का भी जी नहीं करता 
जब अपने धोखा दे जाए ..!!! 






बांध कमरों में कैद जिंदगी को 
यहा बड़ा शहर कहते है ..!! 






उड़ने दो अब मिटटी को भी 
हवा साथ निभाएगी 
अगर वो भी बेवफा निकली तो 
वापस जमी पर आ ही जायेगी ..!! 






अजीब सा सवाल पुच लिया आज उन्होंने 
मरते हो मुज पर तो 
जीते हो किसके लिए ..!! 






जब भी गुप्तगू होती है खुद से 
एकबार तो तेरा भी नाम 
होठो पर आ ही जाता है ..!! 






जिंदगी हमरी सुलजी हुई थी 
तेरे आने के बाद उलज गई ..!! 






रोज रोज मुलाक़ात होती नहीं उनसे 
ये मुहब्बत भी ख़त्म नहीं उनसे ..!! 






तेरी नजरो में गुनेगार ना बना मुझे 
की तेरे अलावा किसी और का अब 
होना नहीं चाहता ..!! 






दिखाई भए न दे तू 
शामिल जरुर होता है 
दूर ही सही 
हर पल करीब तू होता है ..!! 






समेत लेते है खुद को 
हालात के अनुसार 
हमें पता है हमें कब जुकना है ..!! 






वक्त सबकुछ सिखा देता है 
लोगो के साथ जीना भी 
लोगो के बगैर जीना भी ..!! 






गुनाह तो पता ही नहीं मुझे 
पर सजा जिंदगी भर की मिली ..!! 






जो लोग खो देते है 
फिर वाही 
खोजा करते है ..!! 






इन्तजार भी अजीब है 
न दरवाजा बांध होता है 
ना आँखे बांध होती है ..!! 






एक तारा टूटने से आकाश 
खली नहीं हो जाता 
कहानी कुछ एसी है हमारी ..!! 






मै अपनी कमी बता कर 
तेरी इज्जत बचा लेता हु 
ना पूछ मेरी खबर 
आजकल तनहा रहता हु ..!! 






अब पहेले जैसा दिल का वो हाल नहीं है 
तनहा हु अब तो 
खुद का कोई स्थान नहीं है ..!! 






रात गुमसुम सी है 
चाँद तनहा है 
जैम भरा हुआ है 
पर कुछ होश नहीं है ..!! 






हर रिश्ते का नाम हो जरुरी नहीं 
कुछ बेनाम रिश्ते 
जीने की वजह बन जाते है ..!! 






प्यार में सब्र रखो 
सौदा नहीं ..!! 






शहर में बसने के बाद 
सुकून धुन्ध्ते है लोग 
पेड़ सरे कट दिए 
अब छाव धुन्ध्ते है लोग ..!! 






लब्ज न तो आकार लेते है 
न किताब बोल पति है 
मेरे दर्द इतने मजेदार है की 
शायरी में बया तो होती है 
पर सब वाह वह करते है ..!! 






जिंदगी धीरे धीरे कहानी हो रही है 
गुनेगार तो इसी के नहीं थे 
फिर भी सजा काट रहे है ..!! 






मुझे परवाह नहीं है 
आनेवाले कल की 
मै खुद उम्मीद हु 
आनेवाले कल की ..!! 






गुजरत हुई उम्र भी 
पुरानी हो गई 
अब तो बारिश भी 
वैगानी हो गई ..!! 






सपनो में मैंने अपनी मौत को देखा है 
हां मैंने तुम्हे दूर जाते हुए देखा है ..!! 






प्यार सुनने में अछा लगता है 
करने जाओ तो 
सदिय गुजर जाती है ..!! 






देर कर देता हु में 
उसे आवाज लगनी हो 
फिर से बुलाना हो तब 
हमेशा देर कर देता हु ..!! 






एसी गुजारी दिल पर 
गुजर जाने का जी करता है 
हम इसे तो कभी न थे 
अब गुनाह करने का 
जी करता है ..!! 






कुबूल कर लिया जिंदगी का 
हर तोहफा हसते हसते 
अब खाबो को सजाने का काम 
छोड़ दिया है ..!! 






इयरफोन की डोर 
लम्बी हो रही है 
रिस्तो की आवाज 
इसी वजह से तो दब गई है ..!! 






सब की उंगली पकड़ के रखना 
क्योंकि यहाँ पर हर कोई 
जल्दी उड़ नहीं शकता ..!! 






कोई तो होगा जो मेरा हाल पूछेगा 
परे महेफिल में 
मेरा भी हाल थमेगा ..!! 






थोड़ा ही सही शक हो रहा है 
लगता है तुमको मुझसे 
इश्क हो रहा है ..!! 






दुखो की कोई रात नहीं होती 
खुशियों का दिन नहीं होता 
दस्तूर है दुनिया का 
स्वार्थ बिना को अपना नहीं होता ..!! 






तेरी कर्जो की कसती में 
इतना डूबा हुआ हु की 
में चाहकर भी 
छुपा नहीं शकता ..!! 






सामने होने के बावजूद भी 
हम दोनों अजान खड़े है 
इससे ज्यादा प्यार की परीक्षा क्या होगी ..!! 






चनेवाला तो हर मोड़ पर मिल जायेंगे 
बस निभानेवालो की कमी है ..!! 






कुछ लिखते लिखते 
आंसू निकल आये तो 
समज लेना 
प्यार कीगहराई  में हो ..!! 






तेरे होते हुए भी 
तन्हाई में जी रहे है 
गुनाह तो नहीं 
जहर का प्याला पि रहे है ..!! 






दास्तान क्या सुनाई मोसम को 
आकाश भी रो पडा ..!! 






शीशा टुटा न हो तो देखना पसंद करते है 
टुटा हो तो 
उसे बचने का प्रयास करते है ..!! 
कमल के है लोग ..!! 






सांसो का हिसाब नहीं होता 
और 
प्यार नापा नहीं जाता ..!! 






खामोश आँखे किसी से 
बाते करना सिख जाये 
तब समज लो 
मुहब्बत की शुरुआत हो चुकी है ..!! 






तुम किसी और से बात करो 
वो बात 
और 
हम बात करे तो शक ..!! 






इश्क मेरा बेवजह सा था 
फिर भी अज तुजे 
सोचता हु तो 
एक सुकून सा लगता है ..!! 






शिव को सावन पसंद है 
और मुझे तुम ..!! 



नमस्ते...

तो आप लोग कैसे हैं?

मैं तुम्हारा दोस्त मृत्यम हूँ


ऊपर दी गयी पोस्ट आपको अच्छी लगे तो अपने चाहने वालो को भेज सकते है..

 

ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો

0 ટિપ્પણીઓ